बदायूं जिले से बीजेपी नेता श्री डी पी भारती एडवोकेट आज अपनी दादी जी के शांति भोज में सम्मिलित हुए, यहां उन्होंने परिवार सहित उन्हें भावपूर्ण श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस मौके पर अपने बचपन की सुनहरी स्मृतियों को साझा करते हुए श्री भारती ने बताया कि,
"पूज्य दादी जी को शत-शत नमन! हमें हमारी अपनी पूजनीय दादी जी को देखने का सौभाग्य तो प्राप्त नहीं हुआ था लेकिन संयोग से हमारे गाँव से सटे गाँव में जब हम बचपन में हमारी मौसी जी के घर जाते थे तो वहां हमें दादी जी मिलती थी और वहां हमें अपनी दादी जी का प्यार- दुलार व आशीर्वाद प्राप्त होता था, जिसे पाकर हमें हमारी दादी के होने का अहसास होता था। आज बचपन के दादी जी के उसी गाँव में दादी जी के शांति भोज का आयोजन हुआ। दादी जी का प्रसाद ग्रहण करते समय बचपन में उनके हाथ की बनी अनेकों बार खाई बहुत ही स्वादिष्ट सूखी चटनी व तीन कोन के पराठों की बहुत याद आ रही थी।
इसके अतिरिक्त अपने बचपन से जुड़े बहुत से अन्य रिश्तों के बारे में अपने अगाध अनुभव बताते हुए उन्होंने कहा,
"हमें बुआ होने का भी सौभाग्य प्राप्त नही हुआ था, पापा जी की एक चचेरी बहन व एक ममेरी बहन ने ही हमें हमारी बुआ होने का अहसास दिया था। एक मात्र बची ममेरी बुआ जी का हर अवसर पर हमें प्यार और आशीर्वाद मिलता था लेकिन 13 मयी 2021 को हमारा ऐसा दुर्भाग्य आया कि हमारे पापा जी व बुआ जी एक ही समय पर इस दुनिया से विदा हुये। कुछ समय पूर्व 2 पूजनीय ताऊ जी, फिर पूज्य पापा जी, पूज्य बुआ जी और अब पूज्य दादी जी का प्यार-दुलार हमसे दूर चला गया। जीवन के यह सभी अमूल्य रिश्ते हमारी जिंदगी के लिए अब इतिहास बनकर रह गए।"