अभी कुछ समय पहले ही सुप्रीम कोर्ट द्वारा एक फैसला सुनाया गया, जिसमें अनुसूचित जाति, जनजाति के लोगों के जो उप वर्ग होती हैं, उपजातियां होती हैं, उनमें से क्रीमी लेयर को बाहर रखने का आदेश दिया गया है। इस निर्णय को लेकर भाजपा के प्रदेश मंत्री एवं अंबेडकर भारत संघ के संस्थापक अध्यक्ष डी पी भारती ने प्रतिक्रिया देते हुए मुद्दे पर अपने विचार प्रकट किए।
डी पी भारती जी ने इस निर्णय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि, सबसे पहले तो यह निर्णय बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि एससी का यह फैसला इस यमज के लिए बहुत ही घातक सिद्ध होने वाला है, जब आरक्षण का प्रावधान संविधान में लाया गया था, यह आर्थिक सुविधा के लिए ही नहीं था बल्कि यह उन सभी लोगों के लिए था जिन्होंने वर्षों तक समाज की अवहेलना झेली थी और बाबा साहब ने सामाजिक तंत्र के प्रत्येक वर्ग में इस समाज की भागीदारी के लिए आरक्षण की व्यवस्था की थी, यह केवल गरीबी हटाने का माध्यम नहीं था। यदि यह मात्र गरीबी हटाने के लिए होता तो आज हम देखते हैं कि जहां एक ओर एससी/एसटी समाज के लोग बड़े बड़े वर्गों और तबकों पर पहुँच चुके हैं, तब भी आज उनके साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार आज भी किया जाता है।
वीडियो यहां देखें - सुप्रीम कोर्ट का अनुसूचित जाति और जनजाति से क्रीमीलेयर को बाहर करने पर अंबेडकर भारत संघ के संस्थापक अध्यक्ष डी0पी0 भारती की प्रतिक्रिया