प्रदेश मंत्री डी.पी भारती जी ने बताया कि लखनऊ स्थित भाजपा प्रदेश मुख्यालय पर आयोजित "अनुसूचित जाति पदाधिकारी एवं जनप्रतिनिधि सम्मेलन" में मान. प्रदेश अध्यक्ष श्री भूपेन्द्र सिंह चौधरी जी एवं मान. प्रदेश महामंत्री संगठन श्री धर्मपाल जी का मार्गदर्शन प्राप्त किया। सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के मान. राष्ट्रीय- प्रदेश पदाधिकारी/केंद्र व राज्य सरकार के मंत्री/ एम.पी/एम.एल.ए/एम.एल.सी /जिला पंचायत अध्यक्ष/मेयर/चेयरमैन गणों की गरिमाममयी उपस्थिति रही।
लखनऊ में भाजपा मुख्यालय पर अनुसूचित जाति मोर्चा की बैठक में पार्टी के सभी दलित सांसद, दलित विधायक, दलित समाज से आने वाले राज्यसभा के सदस्य और दलित समाज से आने वाले केंद्र और प्रदेश सरकार के मंत्री, जिला पंचायत अध्यक्ष, मेयर, नगर पालिका, नगर पंचायत के अध्यक्ष शामिल हुए। बीजेपी कार्यालय पर इस तरह से दलित नेताओं की इतनी बड़ी बैठक तकरीबन 2 साल बाद हुई। इस तरह की बैठक 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले हुई थी। अब एक बार फिर 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले दलित नेताओं का पार्टी कार्यालय पर जमावड़ा लगा। उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटें हैं, इनमें से 17 सीटें एससी के लिए रिजर्व हैं। जिसमें 2019 में बीजेपी के 15 सांसदों ने जीत हासिल की थी। यानी बड़ा दलित वोट बैंक बीजेपी के साथ गया था।
पार्टी कार्यालय पर हुई बैठक में यह भी तय हुआ है कि दलित समाज के सांसद विधायक सरकार के मंत्री विधान परिषद के सदस्य अपनी निधि का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल दलित बस्तियों के विकास कार्यों में खर्च करेंगे। खासतौर से दलित बस्तियों में सड़कों को पक्का कराया जाएगा। हैंडपंप लगवाया जाए।